इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने गरीबी की व्यापकता का हवाला देते हुए अपना रुख दोहराया कि भारतीय राष्ट्रीय प्रगति के लिए सप्ताह में 70 घंटे काम करते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि भारत की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत आवश्यक है, जिसकी आलोचना हुई और कार्य-जीवन संतुलन पर बहस छिड़ गई।