ऑस्ट्रेलिया के नए कानून के बाद भारत में बच्चों के बीच सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा तूल पकड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिबंध नेक इरादे से लगाया गया है लेकिन इसे लागू करना मुश्किल है, इसके बजाय यह स्वस्थ उपयोग की वकालत करता है। एपीए का कहना है कि बहुत अधिक सोशल मीडिया किशोरों की भूमिका को नुकसान पहुंचा सकता है और मनोवैज्ञानिक नुकसान पहुंचा सकता है।